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25/05/22, ज्येष्ठ मास, दिन बुधवार, संध्याकाल, सखी राम राम , जय श्रीकृष्ण आज बताऊ सखी मन खिन्न सा है,, जाने क्यू लिखने विखने का भी मन न हुआ, प्रश्न पूछा था ...